1980 का दशक

इकोनॉमिक ग्रोथ और प्रास्पिरिटी का पुनरुत्थान, इसमें से अधिकतर वेस्ट कोस्ट पर सिलिकन वैली में थी। कंसल्टेंट्स को बढ़ती हुई लेजिटिमेसी मिलने लगी क्‍यों‍कि अधिक से अधिक MBA ट्रेन्‍ड प्रोफेशनल मैनेजर इस रैंक में आए। इकोनॉमी का सर्विस सेक्‍टर प्रमुख बनने लगा। इस समय के दौरान कंसल्टिंग के काम की मात्रा दोगुनी और तिगुनी हो गई क्‍योंकि विभिन्न तरह की नई फर्मों ने जनरलिस्‍ट कंपनियों द्वारा खुले छोड़े गए मौकों और अवसरों को भरा।


 

1980
माइकल पोर्टर ने कंपटीटिव स्‍ट्रेटजी के बाद 1985 में कंपटीटिव एडवांटेज प्रकाशित किया। ये उस समय की सबसे प्रभावशाली बिजनेस बुक्‍स बन गईं।

1982
टॉम पीटर्स और रॉबर्ट वॉटरमैन ने इन सर्च ऑफ एक्सीलेन्स प्रकाशित किया, जिसमें बताया गया था कि सफलता हासिल करने के लिए प्रमुख बिजनेस कैसे मुख्य सिद्धांतों का पालन करते हैं। कंपनियां जो वे सबसे अच्छा करती थीं, पर फोकस करने के लिए प्रोत्साहित हुईं। इस बुक ने हजारों बिजनेस लीडर्स की कल्पना जब्त की और साथ ही बिजनेस बुक में फलता-फूलता बिजनेस मार्केट भी शुरू करने में मदद की। इन्‍हें अक्सर कंसल्‍टेंट्स द्वारा लिखा जाता था।

1983
HBS के दो प्रोफेसरों, माइकल पोर्टर और मार्क फुलर ने मॉनिटर की स्थापना की। फर्मों ने फॉर्च्यून 100 फर्मों पर कई नए आइडिया आजमाए। चीजों ने काम किया होगा क्योंकि जल्द ही बिजनेस बंद हो रहे थे। आज, मॉनिटर विभिन्न तरह के गैर-पारंपरिक स्‍ट्रेटजिक मैनेजमेंट टूल्‍स का इस्‍तेमाल करना जारी रखे हुए है।

बेन एंड कंपनी में गंभीर असंतोष। विभिन्न तरह के बड़े शॉट्स ने छोड़ दिया। बेन कैपिटल नामक एक अलग कैपिटल मैनेजमेंट स्पिनॉफ़ यूनिट शुरू की गई। कठोर भावनाएं आज भी बनी हैं, लेकिन बेन बहुत अच्छा कर रही है।




T. बूने पिकन्स ने गल्‍फ ऑयल खरीदने की कोशिश की घोषणा की, जिसके शेयरों की कीमत गिर रही थी। गल्‍फ के CEO जिमी ली ने टेकओवर करने की कोशिश का जोरदार तरीके से मुकाबला किया, लेकिन आखिरकार टेकओवर से बचने के लिए अपनी कंपनी शेवरॉन को बेचनी पड़ी। टेकओवर और मर्जर अगले पांच सालों तक तेजी से बढ़ता रहा। इसने कंसल्टिंग फर्मों, विशेष रूप से जो कंपनी के इवैल्युएशन और स्‍ट्रेटजिक सलाह से जुड़ीं थीं, के लिए बड़ी मात्रा में काम प्रदान किया।

1984
जॉर्ज बेनेट ब्रेक्सटन ने एसोसिएट्स डेलॉइट एंड टच को बेच दिया। सिमेट्रिक्स की स्थापना की जिसमें इस समय 130 लोग काम कर रहे हैं।

1986
जनरल मोटर्स ने रॉस पेरोट से कम्प्यूटर सर्विस आउटसोर्सिंग फर्म EDS को खरीद लिया। कारगर मार्केटिंग और सुव्यवस्थित सर्विस के कारण बिक्री और मार्केट हिस्सेदारी में तेजी।

1988
MIT के एक सर्वे में पाया गया कि 10-15% टॉप एक्‍जीक्‍युटिव के पास उनके ऑफिस में कंप्यूटर हैं, लेकिन केवल 50% उन्हें ठीक से ऑपरेट कर सकते हैं। कंसल्‍टेंट्स और आउटसोर्सिंग फर्मों के लिए अच्छी खबर, जिनका सिस्टम बिजनेस फल-फूल रहा था।