क्‍लाइन्‍ट्स को मेरी प्रेजेण्‍टेशन जटिल और डेटा रिच होती हैं। कम्यु्निकेट करने के लिए इतना अधिक होते हुए, मैं कैसे आश्वासन दे सकता हूं कि मेरा संदेश स्पष्ट रूप से पहुंच रहा है और ऑडियंस उसे याद रखते हैं?
 
हम में से हर एक पर इतनी सारी जानकारी की बमबारी होते हुए, हम हर एक इवेंट, दस्तावेज, प्रेजेण्‍टेशन या यहां तक कि कन्‍वर्सेशन के डिटेल्‍स याद रखने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। हम मुख्य बिंदुओं को स्पष्ट और हाईलाइट करने के लिए कई ट्रिक्‍स का इस्‍तेमाल करते हैं, लेकिन यहां तक कि ये भी कभी-कभी पर्याप्त नहीं होते हैं।
 
उदाहरण के लिए, प्रेजेण्‍टेशन का डेटा रिज़ॉल्यूशन कम करने के तरीके के रूप में रूप में पावरप्‍वाइंट प्रसिद्ध है (कभी-कभी बहुत अधिक)। KISS (इसे सरल रखो, बेवकूफ) रूल लागू करने से हम अपेंडाइसेज के लिए डिटेल पीछे रखते हुए प्रेजेण्टेरशन के कुछ महत्वपूर्ण एलीमेंट्स पर फोकस्ड बने रहते हैं। हजम होने लायक बाइट्स में डेटा प्रदान करने के लिए चंकिंग और प्रीब्रीफिंग का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, इनमें से कोई भी टेक्‍नोलॉजी डेटा का वॉल्‍यूम कम नहीं करती है, जिसे हम दे रहे होते हैं, बिल्‍कुल उसी तरह जैसे हम इसे भेज रहे होते हैं।
 
भेजे गए डेटा की मात्रा के लिए प्राप्त जानकारी और हासिल समझ की मात्रा में वास्तव में वृद्धि करने के लिए, हमें एक पुरानी टैक्टिक का इस्‍तेमाल करना होगा। यह टैक्टिक चित्रों का इस्‍तेमाल करना है ("एक चित्र हजार शब्दों से ज्‍यादा उपयोगी होता है")। चित्रों का उपयोग करने से भाषा, कल्‍चर या अधिकांश तकनीकी सब्‍जेक्‍ट मैटर्स के साथ परिचय से बेपरवाह मैसेज रचनात्मक रूप से बेहतर ढंग से पहुंचता है।
 
सोर्स: इंस्टीट्युट ऑफ मैनेजमेंट कंसल्टेंट्स - USA